30.12.24

आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का पौष कृष्ण पक्ष अमावस्या विक्रमी संवत् २०८१ (कालयुक्त संवत्सर ) 30 दिसंबर 2024 का सदाचार सम्प्रेषण *१२५० वां* सार -संक्षेप

 प्रस्तुत है आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का आज पौष कृष्ण पक्ष अमावस्या विक्रमी संवत् २०८१  (कालयुक्त संवत्सर ) 30 दिसंबर 2024  का  सदाचार सम्प्रेषण 

  *१२५० वां* सार -संक्षेप

वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः को चरितार्थ करते हुए राष्ट्र -जागरण का महान् कार्य करने वाले  और यह अनुभव करने वाले कि दुष्टों के व्याघात से भारतवर्ष सदैव मुक्त हो जाए हविर्याजी आचार्य जी का प्रयास रहता है कि उनकी दृष्टि में हम जो पं दीनदयाल के अंश के अंश के रूप में हैं उनमें  ज्ञान बुद्धि विवेक प्रेम आत्मीयता शक्ति कूट कूट कर भर जाए हम भावसम्पन्न हो जाएं 

कल सम्पन्न हुए कार्यक्रम में प्रेम आत्मीयता की अद्भुत झलक देखने को मिली इसी प्रेम आत्मीयता का विस्तार संसार का आनन्द है

मनुष्य के जीवन में एक सहज प्रवाह चल रहा होता है पर्व उत्सव समुत्सव कार्यक्रम उस सहज प्रवाह को गति देने का कार्य करते हैं ये पर्व आदि मति देने का काम भी करते हैं


ये हमारे यहां संस्कार की एक विधि व्यवस्था रही है इसे हम विचारपूर्वक करते रहें इस तरह के संस्कारी जीवन से हमें उत्साह मिलता है


यदि कोई व्यक्ति उत्साह, तत्पर,

व्यापार करने में निपुण, व्यसनों से मुक्त, बहादुर,कृतज्ञ, अपने व्यवहार में दृढ़ है और मैत्रीपूर्ण व्यवहार करता है, तो धन की देवी महालक्ष्मी स्वयं उसके निवास में निवास करती हैं

लक्ष्मी और सरस्वती में बैर भी नहीं है जो व्यक्ति सरस्वतीवान् होता है लक्ष्मी के प्रति सम्मान प्रदर्शित करता है किन्तु उसके प्रति अतिलालायित नहीं रहता है उससे सम्पन्न कोई नहीं है

इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने बताया 

भगवान् राम का जीवन आदर्श जीवन  है हमें इसका अनुभव करना चाहिए 

मानस के अयोध्या कांड में लक्ष्मण गीता का उल्लेख करते हुए आचार्य जी ने बताया कि ८९ वें दोहे से ९८ वें दोहे तक के बीच की चौपाइयों को बार बार देखें 

पितु पद गहि कहि कोटि नति बिनय करब कर जोरि।

चिंता कवनिहु बात कै तात करिअ जनि मोरि॥95॥

आप जाकर पिताजी के चरण पकड़कर करोड़ों नमस्कार के साथ ही हाथ जोड़कर निवेदन करिएगा कि हे तात! आप मेरी किसी बात के लिए चिन्तित नहीं हों

भैया आलोक सिंह जी सतना वाले और भैया विकास मिश्र जी का उल्लेख क्यों हुआ फरवरी के किस कार्यक्रम की चर्चा हुई जानने के लिए सुनें