चरित थे पूत, भुजा में शक्ति, नम्रता रही सदा संपन्न
हृदय के गौरव में था गर्व, किसी को देख न सके विपन्न
प्रस्तुत है पौर्तिक आचार्य श्री ओम शंकर जी का आज दिनांक 16/03/2022
का सदाचार संप्रेषण
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आचार्य जी का प्रयास रहता है कि नित्य की इस सदाचार वेला से हम श्रोताओं की भावनाएं उत्थित हों,हम सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा पा सकें, समाज -सेवा और देश -सेवा के लिए सदैव तत्पर रहें, शिक्षा स्वास्थ्य स्वावलम्बन और सुरक्षा का आधार लेकर काम करने का जो संकल्प लिया है उसे भूल न पाएं
राजनीति से पूरा विश्व किस तरह से प्रभावित है पूरी मानवता को ध्वस्त करने का प्रयास किस तरह जारी है इसके लिए आचार्य जी ने रूस यूक्रेन युद्ध का उदाहरण लिया
यही राजनीति अपने देश पर आज भी हावी है
जब कि हमारा देश परमात्मा की अद्भुत रचना है
हिमालय के आँगन में उसे, प्रथम किरणों का दे उपहार
उषा ने हँस अभिनंदन किया और पहनाया हीरक-हार
जगे हम, लगे जगाने विश्व, लोक में फैला फिर आलोक
व्योम-तम पुँज हुआ तब नष्ट, अखिल संसृति हो उठी अशोक.....
बाहरी लुटेरों व्यापारियों द्वारा हमारे सनातन धर्म को नष्ट करने का प्रयास बार बार किया गया लेकिन आग सुलगती रही ऋषित्व मरा नहीं शौर्य संघर्ष करता रहा ऋषित्व चिन्तनरत रहा हमारा भी कर्तव्य है कि भारत के वास्तविक इतिहास से हम परिचित हों
आर्य समाज की स्थापना सर्वप्रथम 10 अप्रैल 1875 में, मुम्बई में स्वामी दयानंद सरस्वती के द्वारा की गई थी। इसके पश्चात स्वामी दयानंद सरस्वती ने सन् 1877 में लाहौर तथा 1878 में दिल्ली में आर्य समाज की स्थापना की। स्वामी दयानन्द सरस्वती ने ' वेदों की ओर लौटो ' का नारा दिया था और आठ वर्ष बाद सन् 1883 में स्वामी जी की हत्या हो गई l
आर्यसमाज के बढ़ते प्रभाव को देखकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति के साथ 28 दिसम्बर 1885 को मुंबई के गोकुल दास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी।
रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1 मई सन् 1897 को रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानन्द ने की इस मिशन की स्थापना के केंद्र में वेदान्त दर्शन का प्रचार-प्रसार है।
आचार्य जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के त्रिसूत्र का उल्लेख करते हुए बताया कि निष्क्रिय लोगों के दुश्चक्र में सक्रिय लोग किस तरह फंस जाते हैं
आज भी स्थिति गम्भीर है इस कारण हमें अपने कर्तव्य की पहचान करनी होगी और अपने लक्ष्य को पाना ही है यह निश्चय करना होगा