प्रस्तुत है तार्किक आचार्य श्री ओम शंकर जी का आज दिनांक 20 अप्रैल 2022
का सदाचार संप्रेषण
https://sadachar.yugbharti.in/
https://youtu.be/YzZRHAHbK1w
कभी कभी प्रतिभाएं भ्रमित हो जाती हैं उनमें व्यामोह छा जाता है प्रतिभा आवृत हो जाती है जब अर्जुन की प्रतिभा आवृत हो गई थी तो हम तो सामान्य लोग हैं
गीता उपनिषद् ब्रह्मसूत्र आदि ग्रंथों का साहित्य हमारे जीवन का आधार है
कल भैया प्रदीप वाजपेयी से विचार विमर्श कर आचार्य जी ने तय किया कि अगले माह आचार्य जी और भैया प्रदीप जी भैया नीरज कुमार जी (1981) के आवास पर जायेंगे
आचार्य जी ने 28 अप्रैल 2021 को लिखी एक कविता सुनाई
हम चलेंगे साथ तो संत्रास हारेगा.......
यह कविता निश्चित रूप से हम लोगों के उत्साह में अभिवृद्धि करने वाली है
आचार्य जी ने एक और कविता सुनाई
चलो गांव की ओर साथियों चलो गांव की ओर......