24.4.22

आचार्य श्री ओम शंकर जी का दिनांक 24 अप्रैल 2022 का सदाचार संप्रेषण

 प्रस्तुत है प्रकाशक आचार्य श्री ओम शंकर जी का आज दिनांक 24 अप्रैल 2022

  का  सदाचार संप्रेषण 




https://sadachar.yugbharti.in/


https://youtu.be/YzZRHAHbK1w

आचार्य जी ने कल 23-04-2022 के एक प्रसंग का विस्तार से उल्लेख किया जिसमें उन्होंने बताया कि हम लोगों के गांव सरौंहां के बिल्कुल बीच में एक तीर्थस्थान है *न्यायीनाथ स्वामी महाराज*

 सफलता मिलने पर इस स्थान पर  घंटा बांधा जाता है


राम और कृष्ण हमारे जीवन के आदर्श मानदंड हैं जो हमें बताते हैं कि समय पर क्या करना चाहिये


का बरषा सब कृषी सुखानें। समय चुकें पुनि का पछितानें॥

अस जियँ जानि जानकी देखी। प्रभु पुलके लखि प्रीति बिसेषी॥

गुरु, सिद्धांत,विचार, राष्ट्र, विश्व के प्रति श्री राम का समर्पण अद्भुत है

आचार्य जी ने मानस के स्वयंवर प्रसंग का उल्लेख किया


लखन लखेउ रघुबंसमनि ताकेउ हर कोदंडु।

पुलकि गात बोले बचन चरन चापि ब्रह्मांडु॥ 259॥

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देखी बिपुल बिकल बैदेही। निमिष बिहात कलप सम तेही।

तृषित बारि बिनु जो तनु त्यागा। मुएँ करइ का सुधा तड़ागा॥

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भगवान राम ने यहां समय पर सही काम किया


हम भी समय का सदुपयोग करें अपने सूत्र सिद्धान्त भी याद रखें समाज के लिये उपयोगी बनें दिशा दृष्टि सही रखें शक्ति  आदि का संचय करें

इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने भैया राघवेन्द्र दीक्षित भैया रश्मेन्द्र भैया राघवेन्द्र प्रताप भैया मोहन भैया राजीव आदि की चर्चा क्यों की जानने के लिये सुनें