प्रस्तुत है ज्ञान -अभिधानमाला आचार्य श्री ओम शंकर जी का आज दिनांक 3अप्रैल 2022
का सदाचार संप्रेषण
https://sadachar.yugbharti.in/
https://youtu.be/YzZRHAHbK1समारोह
आज युगभारती के चिरप्रतीक्षित नवसंवत्सर स्वागत समारोह में 1975 से 2022 (1975 से 1978 हाईस्कूल,1981 से 2022 इंटरमीडिएट बैच )तक के 46 बैच में से 46 बैच की उपस्थिति एक कीर्तिमान स्थापित करने जा रही है
एक विद्यालय में पढ़े विद्यार्थी उस विद्यालय को कर्मभूमि धर्मभूमि भावभूमि मानकर विकसित हुए और उसके आधार पर संपूर्ण देश में अपनी सुगन्ध प्रसरित करने के लिये उद्यत हैं
इससे संदेश यह जाना चाहिये कि हम ही केवल जागे हुए नहीं हैं अपितु और लोगों को भी जगाने के लिये उद्यत हैं
वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः
राष्ट्र -देवता को सर्वस्व दान करने के बाद आनन्द की अनुभूति हो
भाव, विश्वास और समर्पण जहां होता है वहीं पर त्याग में आनन्द आता है त्याग करने के बाद पछतावा नहीं होता हल्कापन लगता है
अगली पीढ़ी को भी इन भावनाओं से ओत प्रोत करना हमारा लक्ष्य होना चाहिये
अन्य विद्यालय भी यज्ञीय भाव से संचालित होने लगें तो भारत मां निश्चिन्त हो जाएगी और उसको सम्पूर्ण विश्व की समस्याओं का भय और भ्रम नहीं रहेगा