19.12.23

आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष सप्तमी विक्रम संवत् २०८० तदनुसार 19 दिसंबर 2023 का सदाचार संप्रेषण *८७३ वां* सार -संक्षेप

 प्रस्तुत है निश्चितार्थ ¹ आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष सप्तमी विक्रम संवत् २०८० तदनुसार 19 दिसंबर 2023 का सदाचार संप्रेषण

  *८७३ वां* सार -संक्षेप

 1 जिसने अपना मन पक्का कर लिया है

इन दिव्य सदाचार संप्रेषणों का मूल उद्देश्य है कि हम अपना विवेक जाग्रत रखें, मनुष्यत्व का अनुभव करते हुए समाज -हित और राष्ट्र -हित के कार्य करें , परस्पर प्रेम आत्मीयता का भाव रखें
हम शुद्ध पौरुषयुक्त तात्विक और सात्विक स्वरूप धारण करें सही समय पर सोयें सही समय पर जागें अपने कार्यव्यवहार का उचित प्रकार से समायोजन करें
अपना जीवन गम्भीर बनाएं
शौर्यप्रमंडित अध्यात्म के विषय में चिन्तन करें
इन संप्रेषणों की महत्ता इसलिए बढ़ जाती है कि हम अध्यात्म के द्वार के भीतर प्रवेश कर आत्मबोध और आत्मशोध का प्रयास करते हैं
आइये सात्विक पीठ पर विराजमान आचार्य जी की इस अद्भुत साधना का हम भी लाभ उठाएं और आज की वेला में प्रवेश करें

नियमबद्धता मनुष्य के शरीर मन बुद्धि को एक लय पर बांध देती है जैसे ये वेलाएं नियमित चल रही हैं जिनके जीवन में ऐसी लयात्मकता आ जाती है वो सहज साधक हो जाते हैं
वे अपनी साधना का आनन्द प्राप्त करते हैं वे साधना का प्रदर्शन नहीं करते
ऐसे साधकों का प्रेम आत्मीयता का भाव लोगों में अद्भुत प्रभाव छोड़ता है
हमारे देश की सात्विक जीवन शैली का यह एक रहस्यात्मक पक्ष है
संसार सुन्दर भी है कुरूप भी है

पंथ दुर्गम है कठिन भी जानता हूं
विघ्न बाधाएं बहुत हैं मानता हूं
लक्ष्य का उन्नत शिखर अतिदूर दुस्तर
फिसलने वाले चमकते पंथ प्रस्तर
 सतत बढ़ने का अथक अभ्यास
कुंठित हार का हामी नहीं हूं
राष्ट्रमंदिर का पुजारी मुक्ति का कामी नहीं हूं

भावनात्मक जीवनशैली बहुत मूल्यवान् होती है भावुक लोग बड़े से बड़े काम कर जाते हैं
भावना मनुष्य की प्राणिक ऊर्जा है
इस कारण हमें तत्व का चिन्तन करना चाहिए शक्ति का वरण करते हुए भक्ति के भाव से हम अपने को पूरित करें राष्ट्र के प्रति अनुरक्ति के भाव को जाग्रत करें
धर्माधारित अर्थ का उपार्जन करें
भावना कामना का संपर्क अद्भुत है कामना भावना में प्रवेश करती है तो उसका उत्थान होता है और कामनामय भावना से भावना का पतन होता है
इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने क्षणिक आंच का क्या आशय बताया फिल्म जागृति के किस गीत की चर्चा की
भैया मोहन जी का नाम क्यों लिया २४ दिसंबर के कार्यक्रम के संदर्भ में क्या परामर्श दिया जानने के लिए सुनें