एकैकस्योपकारस्य प्राणान् दास्यास्मि ते कपे।
शेषस्येहोपकाराणां भवाम् ऋणिनो वयं ।।
हे पवनपुत्र हनुमान! तुमने मेरी जो सेवा की है उसके ऋण से मुझे उऋण करो उसके बाद मैं तुम्हें अपना जीवन समर्पित कर दूंगा। तुम्हारी सभी प्रकार की अद्भुत श्रद्धा भक्ति हेतु मैं सदैव तुम्हारा ऋणी रहूँगा।
प्रस्तुत है उपधाशुचि ¹ आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का आज पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी विक्रमी संवत् २०८० तदनुसार 22 जनवरी 2024
(श्री राम जन्म भूमि मन्दिर, अयोध्या
रामलला प्राण -प्रतिष्ठा समारोह का चिर प्रतीक्षित दिन )
का सदाचार संप्रेषण
*९०७ वां* सार -संक्षेप
1 निष्ठावान्
मनुष्य का सामर्थ्य अद्भुत है मनुष्य का मनुष्यत्व सक्रियता और भक्ति शक्ति की अनुभूति से आता है
जहां रहो सक्रिय रहो शक्ति भक्ति भरपूर
शक्ति राष्ट्र हित रत रहे भक्ति स्वार्थ से दूर
जब हमारा भारतीय जीवन दर्शन चिन्तन से दूर हो गया और हम भक्ति स्वार्थ के लिए करते रहे और शक्ति को अपने शरीर तक सीमित रखते रहे तो उसका दुष्परिणाम आना ही था
समाजोन्मुखता समाप्त हो गई समाज और व्यक्ति अलग अलग हो गए
हमें आत्मचिन्तन की आवश्यकता है कि क्यों हमें संघर्ष करने पड़े बाहर से आए दुष्ट हमें पराभूत कर गए
शौर्य विहीन अध्यात्म के कारण ऐसा हुआ
भक्ति के बल पर स्वार्थ का व्यापार हुआ इसलिए राम जन्म भूमि के लिए हम पांच सौ वर्ष तक संघर्षरत रहे
भारत भा -रत न होकर स्वार्थरत हो गया
जब हमारा स्वार्थ परमार्थ की दिशा में उन्मुख हो जाएगा तो भारत भा में रत हो जाएगा अपने ज्ञान से संपूर्ण विश्व का वह मार्गदर्शन करेगा
परमार्थ वह है कि जब हमारी पूर्ण शक्ति भक्ति विचार विश्वास राष्ट्रार्पित हो जाए राष्ट्रोन्मुखी जीवन जीने वाले हकीकत राय गुरुगोविन्द सिंह वीर शिवाजी महाराणा प्रताप विवेकानन्द आदि हमारे सामने प्रेरणा के स्रोत हैं
आज के उल्लास और उमंग के दिन में हम भारत की त्याग बलिदान वाली सैन्यशक्ति जैसी शक्ति की अनुभूति करें
आज का दिन शौर्यप्रमंडित अध्यात्म को अपनाने का दिन है
आत्मचिन्तन करते हुए नित्य डायरी में उस दिन के समाजोन्मुखी कार्य को लिखें तभी वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः का सिद्धान्त सूत्र सफलीभूत होगा
इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने वह कौन सा प्रसंग बताया जिसमें किसी ने विवेकानन्द पर टिप्पणी की कौन सा कालनेमि सुन्दर कांड का पाठ कर रहा है अपने संगठन के तपस्वी सदस्यों के विषय में आचार्य जी ने क्या कहा श्रीरामचरितमानस हेतु क्या परामर्श दिया जानने के लिए सुनें