जहां जिस ठौर जैसे दौर में भी हों वहीं जागें
कि अपने इष्ट से वरदान बस केवल यही मांगें
हमारा तन सदा साथी रहे मन शांत संयत हो
चुनौती कोइ भी हो हम न उससे भीत हों भागें
प्रस्तुत है आचार्य श्री ओम शङ्कर जी का आज पौष शुक्ल पक्ष षष्ठी विक्रमी संवत् २०८१ तदनुसार 5 जनवरी 2025 का सदाचार सम्प्रेषण
*१२५६ वां* सार -संक्षेप
हम संसार में रहते हैं संसार में अनेक समस्याएं हैं हम उन्हीं समस्याओं में उलझे रहते हैं हमारे मन में यह भाव रहता है कि संसार हमें जाने इस चिन्ता में हम अपने को जानने का समय नहीं निकाल पाते हम कौन हैं यह जान नहीं पाते
हम भक्तिभाव में डूबने का प्रयास करें क्योंकि अनगिनत जीवों के साथ भगवान् से हमारा भी विशिष्ट संबन्ध है जो वो है मैं भी वही हूं
चिदानन्द रूपः शिवोऽहं शिवोऽहम्
श्रद्धा और प्रेमपूर्वक इष्ट देवता के प्रति आसक्ति भक्ति कहलाती है भक्ति एक तत्त्व है यह भीतर प्रविष्ट हो जाए तो उस अनुभूति का वर्णन नहीं किया जा सकता भक्ति का भाव कुछ नहीं चाहता है
भक्ति शब्द की व्युत्पत्ति 'भज्' धातु से हुई है, जिसका अर्थ 'सेवा करना' या 'भजना' है
हमारे देश की शिक्षा भक्तिपरक शिक्षा है इसी कारण वह कल्याणकारी हुई भक्तिभाव में डूबने के पश्चात् यदि अर्जुन की तरह धनुष बाण उठाने की शक्ति नहीं आई तो महाभारत जीता नहीं जाएगा
इसी कारण भक्ति के साथ शक्ति की याचना आवश्यक है यही शौर्य प्रमंडित अध्यात्म है
गीता इसी पर आधारित है जिसके मूल में यदि अंशांश भी प्रवेश मिल जाए तो अत्यधिक अवर्णनीय आनन्द की अनुभूति होती है
हम लोगों में देशभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी हुई है देशभक्ति की लीला के हम सब पात्र हैं देशभक्ति जिस भक्त के जब भावों में हिलोरे लेने लगती है तो उसे देश ही सर्वस्व लगता है इसी भक्तिभाव के साथ हमारा सैन्य युद्धरत होता है
हम युद्ध भी लड़ते सदा निर्द्वन्द्व निस्पृह भाव से
तुम शान्ति में भी रह नहीं पाते सुशान्त स्वभाव से
हम त्यागकर संतुष्ट रहते जिन्दगी भर मौज से
तुम हर समय रहते सशंकित निज बुभुक्षित फौज से
तुम भोग हो हम भाव हैं तुम रोग हो हम राग हैं
तुम हो अभावाक्रांत हम इस जगत का अनुराग हैं
लेकिन समझ लेना न तुम हम शान्त संयत बुद्ध हैं
*हम मुण्डमाली शिव कपाली कालिका का युद्ध हैं*
आचार्य जी ने परामर्श दिया कि इन संप्रेषणों को सुनने के साथ इसके notes भी बनाते चलें
इसके अतिरिक्त कौन श्लेष्मा पी गया था आचार्य जी ने आज गीता के किन अध्यायों की चर्चा की जानने के लिए सुनें